SEBI New Chairman: कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी तुहिन
कांत पांडे की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. वह पदभार संभालने के
बाद शुरू में तीन साल या अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे. नई दिल्ली:
Related News
खरीप हंगामासाठी शेतकऱ्यांना दिशादर्शन :
लज्जास्पद! छत्तीसगडमध्ये सख्ख्या भावाकडून दोन वर्ष बहिणीवर बलात्कार;
समस्तीपूरमध्ये सात लाखांची लूट, दोन भावांवर गोळीबार;
IPL 2025 : प्लेऑफसाठी ‘करो या मरो’ सामना, मुंबई विरुद्ध दिल्ली…
ई-पासपोर्टची सुरुवात भारतात : प्रवास अधिक सुरक्षित आणि वेगवान होणार,
मुंबई विधानभवनाच्या प्रवेशद्वारावर आग, शॉर्टसर्किटमुळे लागल्याची प्राथमिक माहिती
संभळ जामा मशिदीच्या सर्वे प्रकरणात मुस्लिम पक्षाला झटका;
भारतभरात पाकिस्तानसाठी काम करणारे गुप्तहेर उघड!
‘जासूस’ ज्योती मल्होत्रा प्रकरणात नवा खुलासा!
‘ऑपरेशन सिंदूर’ प्रतिनिधिमंडळापासून ममता यांची तुटवड;
Jammu-Kashmir: शोपियांमध्ये दहशतवाद्यांच्या दोन साथीदारांना अटक:
उत्तर प्रदेशच्या शाळांमध्ये उन्हाळी सुट्टी जाहीर;
सरकार ने वित्त और राजस्व सचिव तुहिन कांत पांडे (Tuhin Kanta Pandey)
को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) का नया चेयरमैन नियुक्त किया है.
वह माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल इस महीने खत्म हो रहा है.
माधबी पुरी बुच का कार्यकाल 1 मार्च को खत्म
माधबी पुरी बुच ने 2 मार्च 2022 को SEBI चेयरपर्सन के तौर पर पदभार संभाला था.
वह SEBI की पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं और निजी क्षेत्र से आने वाली पहली व्यक्ति भी थीं.
उनके कार्यकाल में भारतीय शेयर बाजार और पूंजी बाजार में कई अहम बदलाव हुए.
SEBI प्रमुख की सैलरी और कार्यकाल
कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी तुहिन कांत
पांडे की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. वह पदभार संभालने के
बाद शुरू में तीन साल या अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे.
SEBI चेयरमैन को सरकार के सचिव के बराबर वेतन (SEBI Chairman Salary) मिलता है. इसके अलावा,
वह ₹5,62,500 प्रति माह का फिक्स्ड वेतन भी चुन सकते हैं, जिसमें सरकारी गाड़ी और घर की सुविधा शामिल नहीं होगी.
कौन हैं तुहिन कांत पांडे?
तुहिन कांत पांडे वित्त मंत्रालय में वित्त और राजस्व सचिव के तौर पर कार्यरत थे. वह सरकारी विनिवेश (Disinvestment)
प्रक्रिया में बड़ी भूमिका निभा चुके हैं और सरकारी कंपनियों की हिस्सेदारी बिक्री (Privatization) को लेकर कई बड़े फैसले किए हैं.
SEBI यानी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India)
शेयर बाजार और पूंजी बाजार का नियामक (Indian stock market regulator) है.
इसका काम निवेशकों के हितों की रक्षा करना, बाजार में धोखाधड़ी रोकना और पारदर्शिता बनाए रखना है.
Read more news here : https://ajinkyabharat.com/maharashthal-bazaar-samityanasathi-pune-yehe-modern-administration-training/