नई दिल्ली : भारतीय सेना को 30,000 करोड़ रुपये की लागत वाला नया एयर डिफेंस सिस्टम मिलने जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जल्द ही एक नई सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल QRSAM Air Defence Missile System
मिलनेवाला है! पिछले एक दशक से भारत की रक्षा तैयारियों का असर अब साफ दिखने लगा है। भारत ने हथियार निर्माण
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और निर्यात में बड़ी सफलता हासिल की है। इसके साथ ही हथियारों के मामले में आत्मनिर्भरता को बढ़ाते हुए पाकिस्तान
के साथ हालिया संघर्ष में दुश्मन को धूल भी चटाई। जहां पाकिस्तान चीन और तुर्की के हथियारों के दम पर भारत को आंखें दिखा रहा था,
भारत ने अधिकतर स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर पाकिस्तान
का हर मंसूबा नाकाम करते हुए उसके वायुसेना को तगड़ी चोट पहुंचाई।
भारतीय सेना को 30,000 करोड़ रुपये की लागत वाला नया एयर डिफेंस सिस्टम मिलने जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जल्द ही एक नई सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली के अधिग्रहण को मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
यह फैसला ऐसे समय पर लिया गया है जब भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तानी विमान,
मिसाइल और ड्रोन हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया था! पिछले एक दशक से भारत की रक्षा तैयारियों का असर अब साफ दिखने लगा है।
भारत ने हथियार निर्माण और निर्यात में बड़ी सफलता हासिल की है।
इसके साथ ही हथियारों के मामले में आत्मनिर्भरता को बढ़ाते हुए पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष में दुश्मन को धूल भी चटाई।
जहां पाकिस्तान चीन और तुर्की के हथियारों के दम पर भारत को आंखें दिखा रहा था,
भारत ने अधिकतर स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर पाकिस्तान का हर मंसूबा नाकाम करते हुए उसके
वायुसेना को तगड़ी चोट पहुंचाई। रक्षा मंत्रालय देश की पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर तैनाती के लिए सेना की वायु रक्षा
के लिए स्वदेशी क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम (QRSAM) की तीन रेजिमेंट खरीदने के प्रस्ताव पर विचार कर सकता है।
रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक जून के चौथे सप्ताह के आसपास आयोजित करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा विकसित किया जाने वाले
ये मिसाइल सिस्टम अत्यधिक मोबाइल है और इनमें चलते हुए लक्ष्यों को खोजने और ट्रैक करने और कम समय में फायर करने की क्षमता है।
लगभग 30 किमी की रेंज के साथ यह सिस्टम कम से मध्यम दूरी में MRSAM और आकाश जैसी सेनाओं में मौजूदा डिफेंस सिस्टम का पूरक होगा।
ट्रायल के दौरान दिन और रात दोनों परिचालन परिदृश्यों में मिसाइल प्रणाली के प्रदर्शन का व्यापक मूल्यांकन किया गया है।
क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (QRSAM) एक अत्याधुनिक, स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली है जिसे हवाई खतरों से सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया है।
दिन और रात के संचालन के लिए डिजाइन किया गया, QRSAM तेज गति से उड़ने वाले विमानों, हेलीकॉप्टरों,
ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को बेअसर कर सकता है, जिससे यह आधुनिक हवाई खतरों के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी हो जाता है।
एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बनाने की इसकी क्षमता दुश्मन के खिलाफ मजबूत सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
आकाश और MRSAM ने पाकिस्तान को धूल चटाई
पाकिस्तान के साथ चार दिन के संघर्ष के दौरान भारतीय सेना की वायु रक्षा यूनिट ने एल-70 और का
इस्टेमाल करके अधिकांश ड्रोन को नष्ट कर दिया था।
Zu-23 वायु रक्षा तोपें जबकि आकाश और MRSAM ने भारतीय वायु सेना के स्पाइडर और सुदर्शन एस-400 वायु रक्षा
प्रणालियों के साथ अहम भूमिका निभाई। सेना को तुर्की और चीनी मूल के ड्रोन से निपटने के लिए कई नए रडार,
बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली के साथ-साथ जैमर और लेजर-आधारित सिस्टम भी मिल रहे हैं।
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